सेवा और संघर्ष की बदौलत सियासत में अपनी पहचान बनाने वाले एक युवा नेता की कहानी
हिलसा नगर परिषद क्षेत्र से मुख्य पार्षद के उम्मीदवार हैं धनंजय कुमार… जी हां वही धनंजय कुमार… जो आपके क्षेत्र के जाने माने सामाजिक कार्यकर्ता और छात्र नेता हैं।
धनंजय कुमार हिलसा नगर परिषद क्षेत्र के युवा, शिक्षित, कर्मठ और जुझारु प्रत्याशी हैं। धनंजय कुमार हिलसा के आप सभी के बीच के, आप सभी के घर के बेटे की तरह हैं। यही वजह है कि पूरा हिलसा धनंजय कुमार और चारपाई छाप जिंदाबाद के नारे लगा रहा है। धनंजय कुमार के पिता श्री मदन प्रसाद जो कि एक किसान हैं और माता श्रीमती मिन्टू देवी एक गृहिणी हैं।
माता पिता से विरासत में जिन्हें दूसरों की सेवा और सम्मान करना सिखाया गया है, वो धनंजय कुमार चारपाई छाप से हिलसा चेयरमैन पद के उम्मीदवार हैं।
ये वही धनंजय कुमार हैं जिन्होंने कोरोना काल में, लॉकडाउन के मुश्किल दौर में आपकी मदद की… जो जीवन मौत की परवाह किए बगैर जरुरतमंदों तक भोजन, दवा, राशन पहुंचाते रहें, ये वही धनंजय कुमार हैं जिन्होंने भयंकर बाढ़ के दौरान आपके बीच दवा और भोजन पहुंचाया।
चारपाई जिनका निशान है, धनंजय कुमार नाम है। वही धनंजय कुमार जो पॉलिटिकल साइंस यानी राजनीति विज्ञान से पोस्ट ग्रेजुएट हैं। जो हिलसा के एस यू कॉलेज से छात्र संघ का चुनाव जीत कर सचिव के पद पर काम कर चुके हैं। धनंजय कुमार ने छात्र संघ का सचिव रहते हुए छात्रों के लिए खूब संघर्ष किया।
ये धनंजय कुमार के संघर्षों का ही परिणाम है कि आज हिलसा के एस यू कॉलेज में एमए की पढ़ाई होती है। सुसज्जित लाइब्रेरी है। बीए, बीएससी और बी कॉम जैसी परीक्षाओं का सेंटर जहां पहले बिहारशरीफ में हुआ करता था, वो धनंजय कुमार की कोशिशों से आज हिलसा में ही होता है।
ये धनंजय कुमार के ही प्रयासों का प्रतिफल है कि एस यू कॉलेज में पहले से काफी बेहतर शैक्षणिक माहौल बना है। धनंजय कुमार की सबसे बड़ी खासियत यह है कि उनके दामन पर भ्रष्टाचार का कोई दाग नहीं है। ईमानदारी उनकी पहचान है और चारपाई छाप उनका चुनाव निशान है।
जातिवाद और सांप्रदायिकता से दूर धनंजय कुमार सभी धर्मों, सभी वर्गों, सभी समुदायों का सम्मान करते हैं और सर्वधर्म समभाव में यकीन रखते हैं। समाज के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों तक विकास की किरण पहुंचाने के लिए संघर्ष करने वाले धनंजय कुमार इस बार हिलसा नगर परिषद क्षेत्र से मुख्य पार्षद यानी चेयरमैन के उम्मीदवार हैं।
Written By : Simranjeet Singh (7004978436)