कौन बनेगा सासाराम नगर निगम का पहला मेयर ?
बिहार सरकार ने इस बार नगर निकाय अधिनियम में संशोधन में बदलाव करते हुए नगर निगम, नगर परिषद और नगर पंचायतों में मेयर, डिप्टी मेयर, चेयरमैन और वाइस चेयरमैन के पदों के लिए सीधे जनता द्वारा चुनाव करवाने का ऐलान कर दिया. अब बिहार के शहरी क्षेत्रों के लोग एक साथ तीन पदों के लिए वोट डालेंगे.
बिहार के पुराने शहरों में से एक सासाराम में अभी से ही सियासी बिसात बिछनी शुरु हो गई है. बड़ी संख्या में उम्मीदवारों के नाम सामने आने लगे हैं, हालांकि इसमें आरक्षण का पेंच अभी भी बाकी है. कोई नहीं जानता कि मेयर पद पर आरक्षण की स्थिति क्या होगी लेकिन संभावित उम्मीदवारों ने रणनीति बनानी शुरु कर दी है.
बात करें सासाराम नगर निगम में मेयर पद के लिए संभावित उम्मीदवारों की तो इसमें कई बड़े तो कई युवा चेहरे सामने आने लगे हैं. सबके अपने अपने दावे हैं. लगभग हर जाति, धर्म के लोग सासाराम मेयर पद के लिए अभी से ही ताल ठोंकते हुए नजर आ रहे हैं. जातीय समीकरणों के आधार पर जोड़ घटाव शुरु है.
सासाराम नगर निगम में वैश्य, कुशवाहा और मुस्लिम वोटर निर्णायक संख्या में हैं. इन समुदायों से ज्यादातार उम्मीदवारों के मैदान में उतरने की प्रबल संभावना नजर आ रही है.
बात करें वैश्य समुदाय की तो नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष रहे आरजेडी नेता सुरेंद्र कुमार अग्रवाल, सासाराम विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी सत्येंद्र साह, वरिष्ठ पत्रकार आलोक चमड़िया अभी से ही अपनी दावेदारी जता रहे हैं.
वहीं कुशवाहा समाज से पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद के पुत्र संतोष कुमार, पूर्व विधायक डॉ अशोक कुमार के भाई मनोज कुमार, नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह, पूर्व प्रखंड प्रमुख बेचू महतो, युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष विवेक कुमार, पूर्व मुखिया प्रतिनिधि माधो सिंह के नाम की चर्चा तेज है.
इनके अलावा मुस्लिम समाज से आरजेडी अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मोहम्मद अली, कांग्रेस नेता डॉ जावेद अख्तर, हाजी मुमताज हुसैन, भाजपा नेता सरताज हुसैन का नाम सामने आ रहा है.
सासाराम नगर निगम के नए क्षेत्र में कई राजपूत बहुल गांवों के शामिल होने से राजपूत समाज के भी कई उम्मीदवारों के मैदान में उतरने की संभावना जताई जा रही है. इनमें आरजेडी नेता संजय कुमार सिंह और एनसीपी नेता अतेंद्र कुमार सिंह का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है. इनके साथ ही ताराचंडी कमिटी के अध्यक्ष डिंपू सिंह एवं पूर्व प्रमुख के के सिंह के भी नाम की चर्चा तेज है.
नोनिया समाज से आने वाली सासाराम की पूर्व प्रखंड प्रमुख रामकुमारी देवी एवं ब्राह्मण समाज से आने वाले वरिष्ठ पत्रकार विनोद तिवारी भी मेयर पद पर अपनी दावेदारी जता रहे हैं.
अगर मेयर पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होता है तो लोजपा नेता चंद्रशेखर पासवान की पत्नी सीता देवी भी मैदान में उतर सकती हैं. चंद्रशेखर पासवान मोहनियां विधानसभा क्षेत्र से जेडीयू के टिकट पर एवं चेनारी विधानसभा क्षेत्र से लोजपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं एवं पूर्व में नगर पार्षद भी रह चुके हैं. चंद्रशेखर पासवान सासाराम के सांसद छेदी पासवान के भतीजे हैं.
डिप्टी मेयर की सीट के लिए अभी उम्मीदवारों के नाम सामने नहीं आ रहे हैं. अब तक सिर्फ 21 वर्षीय नौजवान चेहरा जसविंदर सिंह जस्सी, छात्र नेता सोनू कुमार यादव ने अपनी दावेदारी जताई है.
अगर मेयर का पद आरक्षित हो जाता है तो जाहिर तौर पर डिप्टी मेयर की सीट के लिए भी बड़ी संख्या में उम्मीदवार मैदान में आ जाएंगे. मेयर, डिप्टी मेयर का चुनाव तो तय समय के मुताबिक मई जून में होना है लेकिन जैसे जैसे दावेदारों की लिस्ट लंबी होती जा रही है, वैसे वैसे ये साफ होता जा रहा है कि ये चुनाव बड़े दिलचस्प होने जा रहे हैं. तो दिल थाम कर बैठ जाइए और सियासत के इस खेल का आनंद लिजिए
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