कौन बनेगा बिहार में बीजेपी का नया प्रदेश अध्यक्ष…

कौन बनेगा बिहार में बीजेपी का नया प्रदेश अध्यक्ष पुराने चेहरे को ही फिर से मिलेगा मौका या फिर नए चेहरे पर लगाएगी पार्टी दाव. आपको बता दें भारतीय जनता पार्टी को जल्द ही बिहार में मिलेगा नया प्रदेश अध्यक्ष. बिहार में सत्ता से बाहर होने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी के अंदर नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर हलचल शुरू हो चुकी है…..

वहीं यह कयास लगाया जा रहा है कि गोपालगंज और मोकामा विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के पहले बिहार बीजेपी को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल जाएगा. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को लेकर कई अलग अलग तरह की बातें बन रही हैं. तो वहीं बीजेपी प्रदेश कार्यालय में भी नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर कई नामों की चर्चा हो रही है…..

लेकिन वही दूसरी ओर केंद्रीय नेतृत्व बिहार बीजेपी के वर्तमान अध्यक्ष संजय जयसवाल का कार्यकाल खत्म होने के बावजूद भी नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर जल्दबाजी में कोई निर्णय नहीं लेना चाहती. अचानक से लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के साथ मिलकर बिहार में महागठबंधन की सरकार बनाने वाले नीतीश कुमार ने भाजपा को लगभग अकेला ही कर दिया है……

यह भी पढ़ें:- राहुल गांधी “भारत जोड़ो यात्रा” को आखिर क्यों बीच में ही छोड़ रहे हैं………….

17 साल तक भारतीय जनता पार्टी के सहयोग से मुख्यमंत्री बने रहने वाले नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस, लेफ्ट समेत 6 राजनीतिक दलों को साथ लेकर सरकार बनाई है. अब ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष के सामने महागठबंधन में शामिल 7 दलों के साथ चुनावी लड़ाई लड़ने की चुनौती होगी……

इसके लिए केंद्रीय नेतृत्व को एक ऐसे चेहरे की तलाश है, जो वर्तमान महागठबंधन की सरकार को कड़ी टक्कर देने के साथ-साथ संगठन को भी मजबूत कर सके. भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर कार्यरत अमित शाह ने 14 सितंबर 2019 को संजय जयसवाल को बिहार बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत किया था. इस लिहाज से 14 सितंबर 2022 को संजय जायसवाल का कार्यकाल खत्म हो चुका है……

बिहार में 3 नवंबर को गोपालगंज और मोकामा विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने जा रहे हैं. ख़बरों के अनुसार उपचुनाव परिणाम के पहले ही बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व की ओर से बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा कर दी जाएगी. वहीं जानकारी अनुसार केंद्रीय नेतृत्व इस बार नए चेहरे के बजाय पुराने चेहरे पर ही दांव खेलना चाहती है……

यही वजह है कि उपचुनाव में पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी बीजेपी के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रह चुके प्रेम कुमार और नंदकिशोर यादव जैसे नेताओं को फिर से जिम्मेदारी सौंपने का मन केंद्रीय नेतृत्व ने बना लिया है. सुशील कुमार मोदी लंबे समय तक बिहार बीजेपी का चेहरा रहे हैं. इसके अलावा नीतीश कुमार के साथ गठबंधन की सरकार चलाने में भी वो सफल रहे…….

2015 में बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे नंदकिशोर यादव ने जिस प्रकार से महागठबंधन सरकार पर हमला बोला था, उसे भुलाया नहीं जा सकता. बिहार की जनता को तभी पता चला था कि नंदकिशोर यादव एक कुशल राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ एक कुशल वक्ता भी हैं. इसके अलावा लगातार आठ बार विधानसभा चुनाव जीतने वाले प्रेम कुमार को पार्टी अतिपिछड़ा वर्ग का बड़ा चेहरा मानकर चलती है…….

यह भी पढ़ें:- बिहार नगर निकाय चुनाव पर कोर्ट ने सुनाया अपना फैसला……

Leave a Reply