गौतम अडानी ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बारे में कह दी बड़ी बात….

गौतम अडानी ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बारे में कह दी बड़ी बात. आजकल सियासी दलों से या फिर ये कहे कि खासकर कांग्रेस के नेताओं के मुंह से आप अक्सर गौतम अडानी और मुकेश अंबानी के बारे में सुनते आ रहे होंगे, चूंकि दोनों उद्योगपति मीडिया के सामने कम आते हैं इसलिए उनके रिएक्शन भी नहीं आते……

लेकिन आपको बता दें कि अडानी ने एक इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपने संबंधों पर तथा राजीव गांधी के प्रति विशेष रूप से आभार व्यक्त किया है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी अक्सर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए “अडानी-अंबानी” का नाम लेते रहते हैं. वह आरोप लगाते हैं, कि मोदी सरकार अपने कुछ उद्योगपति मित्रों को केवल फायदा पहुंचाती है…….

लेकिन आपको जानकर ताज्जुब होगा कि गौतम अडानी ने इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में राहुल के पिता और देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की तारीफ की है. इतना ही नहीं उन्होंने उनके प्रति आभार भी जताया है. अडानी ने कहा कि अगर राजीव गांधी न होते तो मेरी शुरुआत ऐसी न होती…..

इस इंटरव्यू में अडानी से मोदी के साथ संबंधों पर भी सवाल किए गए. लेकिन सबसे पहले जान लीजिए कि दुनिया के तीसरे सबसे बड़े रईस गौतम अडानी ने राजीव गांधी को लेकर क्या कहा. देश और दुनिया के जाने-माने उद्योगपति गौतम अडानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपने संबंधों से लाभ उठाने के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि उनके व्यापारिक साम्राज्य के विकास को किसी एक राजनीतिक नेता से नहीं जोड़ा जा सकता है…….

उन्होंने कहा कि अडानी समूह की यात्रा तीन दशक से भी पहले शुरू हुई थीं. अडानी ने बताया कि उनका सफर तब शुरू हुआ था जब राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री थे. उन्होंने कहा ‘कई लोगों को जानकर आश्चर्य होगा कि मेरा सफर तब शुरू हुआ था, जब राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री थे……..

जब उन्होंने एग्जिम पॉलिसी को बढ़ावा दिया और पहली बार OGL यानी कि (ओपन जनरल लाइसेंस) लिस्ट में आईं, इससे मुझे एक्सपोर्ट हाउस शुरू करने में मदद मिली अगर राजीव गांधी न होते तो मेरी शुरुआत ऐसी न होती’. वहीं जब उनसे पूछा गया कि आलोचक कहते हैं कि पीएम मोदी के कार्यकाल में अडानी का साम्राज्य तेजी से बढ़ा…….

इस पर अडानी ने जवाब दिया कि देखिए प्रधानमंत्री मोदी और मैं दोनों गुजरात राज्य से आते हैं और ऐसे में मुझ पर इस तरह के आरोप लगाना आसान हो जाता है, लेकिन जब मैं पीछे मुड़कर अपनी ऐन्टरप्रेन्योर जर्नी को देखता हूं तो मैं इसे चार चरणों में बांट सकता हूं. इसी दौरान उन्होंने राजीव गांधी के कार्यकाल का जिक्र भी किया….

उन्होंने कहा कि दूसरा बढ़ावा 1991 में मिला जब देश के प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव थे और वित्त मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह थे. उस समय आर्थिक सुधार हुए थे कई दूसरे एंटरप्रेन्योर की तरह मुझे भी फायदा हुआ. तीसरा टर्निंग पॉइंट 1995 में आया जब केशुभाई पटेल गुजरात के सीएम बने…….

उस समय तक गुजरात के सभी औद्योगिक विकास केवल मुंबई से दिल्ली के इर्द-गिर्द तक सीमित रहते थे. जब केशुभाई ने तटीय इलाकों पर ध्यान देना शुरू किया तो पहला पोर्ट बनाने का मौका मिला. चौथे नंबर पर अडानी ने 2001 में नरेंद्र मोदी के सीएम बनने के बाद के कालखंड को रखा…

उन्होंने कहा कि मोदी की नीतियों से गुजरात का आर्थिक विकास तेजी से हुआ है. अडानी ने आगे कहा कि जो भी कहा जाता है वह दुर्भाग्यपूर्ण है, हमारी प्रगति के खिलाफ पक्षपात है. अडानी ने कहा कि मोदी हर नागरिक के जीवन में बदलाव लाए हैं……

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