नीतीश बनेंगे राष्ट्रपति तो ये बनेंगे मुख्यमंत्री,,,न आरसीपी, न उपेंद्र और न ललन
दिल की बात जुबां पर आ ही गई. जैसे ही सियासी गलियारों में बिहार के सीएम नीतीश कुमार के राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने की खबरें आई तो इससे सबसे ज्यादा जीतन राम मांझी की बांछे खिल उठी. हिंदुस्तानी अवाम मोरचा सेकुलर के प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के सपनों को एक बार फिर से पंख लग लए. मांझी ने अपने दिल की बात सार्वजनिक कर दी. एक बार सीएम की कुर्सी और पॉवर का आनंद ले चुके मांझी एक बार फिर से सीएम बनने को इच्छुक नजर आने लगें.
गया के इमामगंज में संत शिरोमणि रविदास जयंती समारोह में शामिल होने पहुंचे पूर्व सीएम मांझी ने कह दिया कि अगर मुझे मौका मिलता तो मैं फिर से बिहार का मुख्यमंत्री बनना चाहूंगा. मैं चूकूंगा नहीं. मांझी ने कहा कि मैंने तो पहले भी कभी मुख्यमंत्री बनने का सपना नहीं देखा था.
बताते चलें कि रह रहकर जीतन राम मांझी के दिल की बात जुबान पर आ जाती है. वर्ष 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में जब आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस एक साथ चुनाव लड़े थें और मांझी भाजपा, लोजपा, रालोसपा के साथ चुनाव लड़ रहे थें तो उस वक्त गिनती के शुरुआती घंटों में एनडीए आगे हो गया था. उस दौरान भी मांझी ने सीएम पद पर दावा जता दिया था.
हालांकि मांझी ने नीतीश कुमार की तारीफ भी की और कहा कि नीतीश कुमार में हर वो खूबी मौजूद है जो किसी बड़े पद के लिए होना चाहिए. मांझी ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार को मेरा पूरा समर्थन रहेगा. मांझी ने कहा कि मुझे इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि नीतीश कुमार राष्ट्रपति पद के लिए विपक्षी दलों द्वारा उम्मीदवार बनाए जा रहे हैं.
Sardar Simranjeet Singh
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