करवा चौथ : व्रत तोड़ने के बाद ले ये आहार, भूल कर भी न लें कॉफी
भारत त्योहारों का देश है. आज अखंड सुहाग का प्रतीक करवा चौथ का व्रत है. सुहागिनों ने इस अवसर पर अपने अमर सुहाग की कामना के लिए करवा चौथ का व्रत रखा है.
भूख प्यास पर नियंत्रण रख व्रत करना कोई साधारण बात नहीं है. यह भी एक तरह की तपस्या ही है. व्रत आपको मनोवैज्ञानिक रुप से प्रभावित करता है. कई महिलाओं को व्रत की वजह से एसिडिटी, जी मिचलाना और लो ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं से भी गुजरना पड़ता है. ऐसे में हम आपको कुछ टिप्स दे रहे हैं जिसे आजमा कर आप बिना किसी दुष्प्रभाव के व्रत समाप्त करना बेहद आसान हो जाएगा.
- सबसे पहले तो यह तय कर लें कि व्रत समापन के पश्चात भूल कर भी चाय या कॉफी नहीं पीना है. व्रत के बाद कैफीन लेना कहीं से भी सही नहीं होता है. यह आपके एसिड लेवल को बढ़ा सकता है जिसकी वजह से पेट में भारीपन महसूस हो सकता है.
- व्रत के बाद पर्याप्त मात्रा में फलों और सब्जियों का सेवन करना चाहिए. व्रत तोड़ने के लिए आपको उचित मात्रा में फलों का चाट और सलाद का सेवन करना चाहिए.
- पेट के पीएच को नॉर्मल करने के लिए व्रत समापन के उपरांत एक गिलास गुनगुना पानी लें और उसमें नींबू निचोड़ कर पीना एक अच्छा डायट हो सकता है.
- व्रत के उपरांत आपके शरीर को प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थों की जरुरत होती है. इस जरुरत को पूरा करने के लिए आप खजूर, दाल, दही और पनीर को अपने आहार में शामिल कर सकती हैं.
- चूंकि करवा चौथ का व्रत निर्जला होता है. इसमें पानी भी नहीं पीया जाता. भूख पर नियंत्रण फिर भी सरल है लेकिन प्यास को नियंत्रित रखना बड़ा काम होता है. अतः व्रत तोड़ने के बाद पर्याप्त मात्रा में पानी लेना बहुत जरुरी होता है.
- व्रत तोड़ने के बाद कभी भी हेवी खाना न खानें. खास तौर पर तैलीय और मसालेदार भोजन से आपको बचना चाहिए. घी लगा कर रोटी और दाल और आलू की भुजिया जैसे खाने सर्वोत्तम विकल्प है. व्रत के अगले दिन आप मसालेदार भोजन ग्रहण कर सकती हैं. यह भी पढ़ें : करवाचौथ का व्रत कब और कैसे मनाते हैं।