” पठान ” पर बॉयकॉट गैंग का दोहरा चरित्र क्यों ? जरुर पढ़ें, अच्छा लगेगा….
क्या परेशानी दीपिका के ड्रेस के रंग से है या फिर शाहरुख खान के खान होने से क्योंकि दीपिका पादुकोण के ड्रेस के जिस रंग का हवाला देकर बॉयकॉट गैंग एक्टिव हो चुका है, उस रंग की ड्रेस तो कई फिल्म अभिनेत्रियां आ चुकी हैं। कई आईटम सॉन्ग उन पर हो चुके हैं। हिंदी से लेकर भोजपुरी गानों में भी भगवा कपड़ों का इस्तेमाल हो चुका है। अच्छे गानों में भी और अश्लील गानों में भी….
दिनेश लाल यादव निरहुआ… जानते होंगे आप…. भाजपा के सांसद हैं…. निरहुआ का एक ‘खटिया से खटिया सटाइब कि ना’ नामक गाना है, जिसमें उनके साथ अभिनेत्री आम्रपाली दुबे जमकर रोमांस करती नजर आ रही हैं। इस गाने में आम्रपाली भगवा रंग की ड्रेस पहनकर निरहुआ के साथ रोमांस कर रही हैं।
हाल में इस गाने वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह एक रोमांटिक गाना है। इसमें आम्रपाली और निरहुआ काफी रोमांटिक और बोल्ड नजर आ रहे हैं। बता दें, यह गाना साल 2016 में आई भोजपुरी फिल्म, ‘बम बम बोल रहा है काशी’ का है। पर बात यह है कि निरहुआ के नाम के साथ खान नहीं लगा हुआ है इसलिए उनके सौ खून माफ और पार्टी उनकी भाजपा है……
वैसे इस मुद्दे पर कोई भी निष्कर्ष निकालने से पहले इस फिल्म के डायरेक्टर सिद्धार्थ आनंद, प्रोड्यूसर आदित्य चोपड़ा, शाहरुख खान, दीपिका पादुकोण, जॉन अब्राहम को एडवांस में बधाई दे देनी चाहिए।
पठान मूवी को मुफ्त में बॉयकॉट गैंग ने पब्लिसिटी दे दी। ऐसा नहीं है कि इस फिल्म को लेकर सिर्फ सोशल मीडिया के लफंगे ही बॉयकॉट की मुहिम चला रहे हैं बल्कि कई भाजपा शासित राज्यों के बड़े बड़े मंत्री, कई केंद्रीय मंत्री, भाजपा के बड़े नेता भी इस फिल्म को लेकर बयानों के तीर चला रहे हैं।
इस बॉयकॉट गैंग ने बेवजह फिल्म को अभी से ही इतना प्रचारित कर दिया है कि जिसे नहीं भी देखना होगा, वो भी इस फिल्म को जरुर देखेगा, सिर्फ इस कौतूहल में कि पठान फिल्म में आखिर ऐसा है क्या !
वैसे बॉयकॉट गैंग के लठैत कुछ भी कह लें और कर लें कि दीपिका पादुकोण के जिस तरह के सीन्स फिल्म के टीजर में नजर आए हैं….. वह युवाओं को बॉक्स ऑफिस तक खींच कर ले जाने के लिए काफी हैं। आज की नई पीढ़ी में जहां शाहरुख खान का क्रेज आज भी बना हुआ है तो वहीं दीपिका पादुकोण की एक स्माइल पर करोड़ों युवाओं का दिल धड़क सा जाता है।
अब बायकॉट गैंग को पठान फिल्म को फ्लॉप कराने के लिए सोशल मीडिया के बजाय सड़क पर उतरना होगा, थोड़ा सा हुड़दंग मचाना होगा, तोड़ फोड़ करना होगा, ईंट से ईंट बजाने की धमकी देनी होगी तब जाकर बात बनेगी क्योंकि अभी यूट्यूब पर जो स्थिति है, वो बॉयकॉट गैंग के लिए बहुत शर्मनाक है।
बॉयकॉट गैंग को चूल्लू भर पानी में डूब कर मर जाना चाहिए क्योंकि सत्ताधारी जमात से आने के बावजूद पठान मूवी का बेशर्म रंग गाने को यूट्यूब पर लगभग सात करोड़ लोग देख चुके हैं। वहीं बात करें पठान मूवी के टीजर की तो इसे भी लगभग छह करोड़ लोगों ने देख लिया है।
बॉयकाट गैंग की इस मुहिम वरिष्ठ पत्रकार अजीत अंजुम कहते हैं कि सेंसर बोर्ड से फिल्म पास होने के बाद भी सत्ताधारी जमात सोशल मीडिया पर लठैती कर रहे हैं। सत्ताधारी गैंग पठान फिल्म के पीछे पड़ चुका है कि हम इस फिल्म को रिलीज होने नहीं देंगे, इसे चलने नहीं देंगे……. लेकिन क्या ये फिल्म सचमुच रिलीज नहीं होगी और क्या सचमुच ये फिल्म नहीं चलेगी….
थोड़ा प्रैक्टिकल होकर सोचें तो हर किसी के हाथ में आज स्मार्टफोन है। जिसे जो देखना होगा देख ही लेगा, जिसे नहीं देखना होगा वो नहीं देखेगा….. कोई किसी को कुछ भी देखने सुनने से नहीं रोक सकता…..
पठान का बायकॉट करने वाले लोगों का ये भी कहना है कि वो उन कलाकारों की फिल्में नहीं देखेंगे जो जेएनयू में जाकर देश विरोधियों के समर्थन में खड़े हुए थे। बता दें कि 7 जनवरी 2020 को दीपिका पादुकोण ने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) पहुंचकर छात्रों के प्रोटेस्ट में भाग लिया था।
दरअसल, जेएनयू छात्रसंघ से जुड़े कुछ छात्रों पर अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया था। इस पर दीपिका जेएनयू पहुंचीं और करीब 15 मिनट तक सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे वामपंथी छात्रों के सपोर्ट में खड़ी दिखीं थीं।
एक सवाल बॉयकॉट गैंग से यह भी है…. देश में तुम्हारी पसंदीदा और तुम लाेगों की सरकार है। केंद्र सरकार तुम्हारी, सूचना प्रसारण मंत्रालय तुम्हारा और सेंसर बोर्ड भी तुम्हारा…. डायरेक्ट फिल्म को प्रतिबंधित क्यों नहीं करा देते और हां…. अगर सरकार चाहे तो यूट्यूब से फिल्म का टीजर और गाने दोनों हटा सकती है।
समय समय पर सरकारें ऐसा करती भी रहीं हैं। जिन कंटेट्स को लेकर आपत्ति होती है, उन्हें सोशल मीडिया के अलग अलग प्लेटफॉर्म्स से कई बार हटाया जा चुका है। ये कोई नई बात तो है नहीं !बॉयकॉट बॉयकॉट का तमाशा करने से अच्छा है कि अपने प्रधानमंत्री जी से बोलों और किस्सा ही खत्म करवाओ…. है न !
Sardar Simranjeet Singh