व्रत में सौंफ क्यों खाते हैं..
हिंदू धर्म में बहुत सारे ऐसे पर्व हैं, जिनमें लोग व्रत रखते है. जिसमें नवरात्रि, शिवरात्रि, सावन का सोमवार,कृष्ण जन्माष्टमी इत्यादि आता है, जिसमें लोग पूरे मन से व्रत रखते हैं. सच कहूं तो त्योहार आते ही पूरे माहौल को भक्तिमय कर देते है. लेकिन अब सवाल यह उठता है कि व्रत में सौंफ क्यों खाया जाता है.
कोई भी व्रत हो, हम सभी के मन में कहीं न कहीं यह प्रश्नन जरूर उठता है कि व्रत में क्या खाएं और क्या नहीं.आज हम आपको बताएगें व्रत में सौंफ खाने के फायदे कि आखिर लोग सौंफ का इस्तेमाल व्रत में क्यों करते है.
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जैसा कि हम सभी जानते सौंफ हमारे सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है. सौंफ खाने के कई अलग-अलग फायदे होते है. इसलिए व्रत में भी सौंफ खाना चाहिए. इसके सेवन करने से व्रतियों को बहुत ही राहत मिलती है तथा इसके साथ ही उनके ऊर्जा को भी कायम रखने में मदद करता है.
यदि आप किसी भी तरह के व्रत में है तो नियमित रूप से सौंफ का शर्बत पी सकते हैं. आपके व्रत के दौरान ये शर्बत आपकी उर्जा बनाये रखने में विशेष रूप से कारगर साबित होगा. सौंफ के सेवन से आपको देर तक भूख नहीं लगेगी और इसके साथ ही आप कमजोरी और डिहाइड्रेशन से भी बचेंगे.
खास करके गर्मी के मौसम में व्रत के दौरान सौंफ का इस्तेमाल ज्यादतर करना चाहिए जिससे आपका थकान तो दूर होगा ही साथ ही आपको ताजगी भी देगा. जैसा कि हम सभी जानते है भोजन करने के बाद सौंफ खाने से खाना जल्दी डाइजेस्ट होता है तथा इसके साथ ही हमारा डाइजेशन सिस्टम भी नियंत्रित रहता है.
इसलिए यदि आप किसी भी तरह का व्रत रखते हैं तो फलहार के पश्चात सौंफ का सेवन अवश्य करें. ऐसा करने से आपके लीवर और आंखों की रोशनी ठीक रहती है.इतना ही नहीं सौंफ कफ के साथ गले में दर्द होने की समस्या से निपटने के लिए भी बेहद कारगर साबित होता है.
वही विशेषज्ञों का भी ये मानना है कि सौंफ का सेवन किसी भी वक्त किया जा सकता है. परन्तु यदि आप पाचन संबंधी विकारों को दूर करना चाहते हैं, तो खाने के बाद सौंफ विशेष रूप से खाए, अगर आप मुंह के दुर्गंध की समस्या से भी परेशान हैं तो रात में सोने से पहले 1 चम्मच सौंफ का सेवन जरूर करें.
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