राहुल गांधी के बाद प्रियंका गांधी नहीं‌ बल्कि कोई और ही लगाएगा कांग्रेस की नैया पार.

राहुल गांधी के बाद प्रियंका गांधी नहीं‌ बल्कि कोई और ही लगाएगा कांग्रेस की नैया पार. एक सर्वे के अनुसार राहुल गांधी के बाद प्रियंका नहीं‌ बल्कि कोई और ही लगाएगा कांग्रेस की नैया पार. तो चलिए जानते हैं, कि सर्वे अनुसार लोगों ने किस पर जताया भरोसा..

देश का सबसे पुराना राजनीतिक दल कांग्रेस इस समय संकट के दौर से गुजर रहा है. कद्दावर नेताओं के पार्टी छोड़कर दूसरे दलों में जाने से लेकर भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ रणनीतिक तौर पर ताकतवर न नजर आने जैसी‌ समस्याओं से घिरी हुई है. बीते साल ही कांग्रेस अध्यक्ष बने मल्लिकार्जुन खड़गे इन तमाम चुनौतियों से जूझते नजर आ रहे हैं.

वहीं इन सबके बीच सी-वोटर और इंडिया टुडे के एक सर्वे में सामने आया है. इस सर्वे के मुताबिक, लोगों ने कांग्रेस में सुधार लाने के लिए खड़गे से ज्यादा भरोसा राहुल गांधी पर जताया है.

कांग्रेस में सुधार की गुंजाइश के सवाल पर इस सर्वे में महज 3 फीसदी लोगों ने ही मल्लिकार्जुन खड़गे पर भरोसा जताया है. वहीं इस सर्वे में एक चौंकाने वाली बात ये भी निकल कर सामने आई हैं, कि राहुल गांधी के बाद लोगों की पसंद प्रियंका गांधी नहीं हैं. प्रियंका गांधी से भी ज्यादा लोग पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के समर्थन में नजर आए हैं..

हालांकि, राहुल गांधी के बाद दूसरे नंबर पर मनमोहन सिंह नहीं, बल्कि राजस्थान के युवा कांग्रेस नेता सचिन पायलट हैं. आपको बता दें इंडिया टुडे और सी वोटर के सर्वे में लोगों से पूछा गया था कि कांग्रेस में कौन सुधार ला सकता है. इसके जवाब में राहुल गांधी के पक्ष में 26 फीसदी लोग नजर आए. दूसरे नंबर पर राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के पक्ष में 16 फीसदी लोगों ने भरोसा जताया. तो वहीं सर्वे में 12 फीसदी लोगों ने मनमोहन सिंह को भी कांग्रेस में सुधार लाने के लिए सही शख्स माना है. तो वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का नाम महज़ आठ फीसदी लोगों ने ही लिया.

वहीं, कांग्रेस में सुधार लाने के नेताओं की लिस्ट में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम तीन फीसदी लोगों के साथ सबसे नीचे है. सर्वे के आंकड़ों के अनुसार राहुल गांधी के बाद कांग्रेस में सुधार की गुंजाइश के सवाल पर लोगों के भरोसे पर सीधे तौर पर सचिन पायलट नजर आते हैं. वहीं वर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे पर लोगों को भरोसा कुछ ज्यादा मजबूत नजर नहीं आ रहा है.

राहुल गांधी के नेतृत्व में निकली कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं. सर्वे के अनुसार 37 फीसदी लोगों का मानना है कि यात्रा ने कांग्रेस के लिए सियासी माहौल जरूर बनाया है, लेकिन इससे पार्टी को चुनाव जीतने में कोई खास मदद नहीं मिलेगी. वहीं, जनता से जुड़ने के लिए भारत जोड़ो यात्रा एक बेहतरीन फैसला मानने वाले 29 फीसदी लोग हैं. इस सर्वे में 13 फीसदी लोगों ने भारत जोड़ो यात्रा को राहुल गांधी की रीब्रांडिग की कोशिश बताया है.

इसके साथ ही भारत जोड़ो यात्रा से कोई सियासी और चुनावी फर्क नहीं पड़ेगा, ऐसा कहने वालों का आंकड़ा 9 फीसदी है.

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