चमचों को डेलिगेट बनाने और AICC बनाने से लगातार हार रही है कांग्रेस : त्रिवेदी
बिहार प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अलख निरंजन त्रिवेदी ने पिछले दिनों पांच राज्यों में आए विधानसभा चुनाव के नतीजों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हर दो दशक में भारतीय राजनीति अपनी दशा दिशा बदलती रही है. हर बार कांग्रेस के विरोध के नाम पर अलग अलग तरीके की पार्टियां और नेता सामने आते रहते हैं और कांग्रेस के विरुद्ध अनर्गल प्रचार करके सत्ता पाती रही हैं. भाजपा और आम आदमी पार्टी भी उन्हीं में से एक हैं.
श्री त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस भारतीय राजनीति का स्वाभाविक विकल्प है. चाहे सरकार हो या विपक्ष, कांग्रेस ने अपने दायित्वों का श्रद्धापूर्वक निर्वहन किया है हालांकि कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस में भी कुछ कमियां आई हैं. कांग्रेस को इन्हें स्वीकार करना होगा. गलतियों से सबक सीख कर नए सिरे से आगे बढ़ना होगा. लोग वोट दें या न दें लेकिन कांग्रेस के प्रति आज भी लोगों के मन में सम्मान है. हमें जनादेश को स्वीकार कर कांग्रेस संगठन पर ध्यान देना होगा.
कांग्रेस नेता अलख निरंजन त्रिवेदी ने कहा कि सबसे पहले एआईसीसी और पीसीसी डेलिगेट्स के नाम पर जो राजधानी में बैठे नेता हैं, वो अपने चेले चमचों को सदस्य बना देते हैं, जिन्हें उनके मुहल्ले में भी पूछने वाला कोई नहीं होता है. ऐसे फैसलों से ही कांग्रेस की दुर्गति हो रही है और कांग्रेस की दुर्गति हो रही है तो देश की दुर्गति हो रही है. देश बिना कांग्रेस के बुरे हाल में पहुंच चुका है. आंतरिक तौर पर देश खस्ताहाल हो चला है. नफरत और उन्माद की राजनीति भाजपा को जीता तो सकती है लेकिन देश इससे पराजित हो रहा है.
श्री त्रिवेदी ने कहा कि पंजाब में भी नफरत की ही जीत हुई है. भारत विरोधी खालिस्तान समर्थक ताकतों ने खुल कर आम आदमी पार्टी का समर्थन किया. विदेशों से फंडिंग हुई जिसका नतीजा सामने है. आम आदमी पार्टी जीत गई लेकिन पंजाब की शांति हार गई. अलख निरंजन त्रिवेदी ने कांग्रेस से निकले सभी पुराने नेताओं ममता बनर्जी, जगनमोहन रेड्डी और शरद पवार से कांग्रेस में वापसी की अपील की है.