BJP नेता को केवल 01 वोट मिलने पर आधा सच और आधा झूठ फैला रहें कांग्रेसी…..
सोशल मीडिया पर झूठ फैलाने का सबसे ज्यादा आरोप भले ही भाजपा पर लगता हो लेकिन झूठ के प्रचार प्रसार के खेल में कोई भी राजनीतिक दल पीछे नहीं हैं. यह अलग बात है कि कोई पूरी तरह से झूठ बोलता है तो कोई आधा सच और आधे झूठ से काम चलाता है.
अभी हाल ही में तमिलनाडु में स्थानीय निकाय के चुनाव संपन्न हुए. इसमें यह खबर आई कि एक भाजपा प्रत्याशी को उनके वार्ड से केवल 01 वोट मिला जबकि उनके परिवार में ही 05 सदस्य हैं. जानी मानी लेखिका मीना कंदासामी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मुझे उनके परिवार के बाकी सदस्यों पर गर्व है जिन्होंने दूसरे को वोट देने का फैसला किया.
इस मामले को लेकर भाजपा नेता डी कार्तिक को बुरी तरह से ट्रोल किया जाने लगा. मामला इतना आगे बढ़ गया कि भाजपा नेता डी कार्तिक को आगे आकर अपनी सफाई देनी पड़ गई.
भारतीय जनता युवा मोरचा के जिला उपाध्यक्ष डी कार्तिक ने कहा कि यह सच है कि मुझे सिर्फ एक वोट ही मिला है लेकिन मैंने यह चुनाव भाजपा के टिकट पर नहीं लड़ा था. मैंने एक निर्दलीय प्रत्याशी की हैसियत से यह चुनाव लड़ा था. मेरा चुनाव चिन्ह कार छाप था. अगर मैं भाजपा का प्रत्याशी होता तो मैं कमल छाप से चुनाव लड़ता.
इसके साथ ही भाजपा नेता ने कहा कि वह और उनका पूरा परिवार वार्ड नं 04 में रहता है जबकि उन्होंने चुनाव वार्ड नं 09 से लड़ा था. ऐसे में यह कहना कि उनके परिवार ने उन्हें वोट नहीं दिया, ये गलत होगा. जब उनका परिवार उस वार्ड का वोटर है ही नहीं, तो आपको वोट कैसे देगा !
हालांकि यह बात सच है कि डी कार्तिक ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की तस्वीरों का प्रयोग किया था लेकिन वोट उन्हें मात्र 01 वोट ही मिल सका.
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