कांग्रेस का 1985 का टूटा रिकॉर्ड तो वहीं हिमाचल ने नहीं बदला 37 साल पुराना रिवाज….

कांग्रेस का 1985 का टूटा रिकॉर्ड तो वहीं हिमाचल ने नहीं बदला 37 साल पुराना रिवाज. गुजरात में BJP ने तोड़ा कांग्रेस का 1985 का रिकॉर्ड, तो वहीं हिमाचल प्रदेश ने नहीं बदला अपना 37 साल पुराना रिवाज. आपको बता दे गुजरात की 182 सीटों में से बीजेपी फिलहाल 155 पर आगे है और दो सीटों पर विजय प्राप्त कर चुकी है. वहीं हिमाचल में 68 सीटों में से 39 पर बढ़त के साथ कांग्रेस निर्णायक बहुमत की ओर बढ़ती दिख रही है…….

गुजरात में प्रंचड बहुमत लाकर लगातार सातवीं बार बीजेपी ने इतिहास रच दिया है. हालांकि वही हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने उसका विजयी रथ रोककर गुजरात में मिली जबरदस्त नाकामी को कुछ कम किया है. बीजेपी के शासन वाले दोनों राज्यों में मतगणना के पहले चार घंटे के बाद शुरुआती रुझान दिखाते हैं कि गुजरात की 182 सीटों में से बीजेपी153 पर आगे है और दो सीटों पर विजय प्राप्त कर चुकी है……..

वही 2002 में 127 सीट जीतने के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को पीछे छोड़ सकती है. जब नरेन्द्र मोदी मुख्यमंत्री बने थे इससे पहले 1985 में कांग्रेस ने राज्य में 149 सीटें जीतकर रिकॉर्ड बनाया था. जब माधव सिंह सोलंकी मुख्यमंत्री बने थे. वहीं अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने राज्‍य में शानदार प्रदर्शन के बड़े- बड़े दावे किए थे. लेकिन पार्टी को अब तक महज छह सीटों पर बढ़त मिली है. स्‍पष्‍ट है बीजेपी फिर से गुजरात में सत्‍ता में वापसी कर रही है……..

 

बीजेपी पहले ही मौजूदा सीएम भूपेंद्र पटेल को सीएम कैंडिडेट घोषित कर चुकी है और वे राज्‍य की सत्‍ता की बागडोर संभालेंगे. हिमाचल प्रदेश में शुरुआती रुझान में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर नजर आई, लेकिन अब तक की मतगणना में 68 सीटों में से 39 पर बढ़त के साथ कांग्रेस निर्णायक बहुमत की ओर बढ़ती दिख रही है. बीजेपी एक सीट जीत चुकी है और 25 सीटों पर आगे चल रही है……

वह राज्य के करीब चार दशक के इतिहास में एक पार्टी के दोबारा सत्ता में नहीं आने की परंपरा को तोड़ती नहीं दिख रही है. गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में 1985 के बाद से कोई भी पार्टी अपनी सरकार को रिपीट नहीं कर पाई है. वहीं तीन विधानसभा सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार आगे चल रहे हैं, वहीं आप को एक भी सीट पर सफलता मिलने के आसार नहीं हैं……

गुजरात चुनाव में करीब 30 रैलियों को संबोधित करने वाले प्रधानमंत्री मोदी की जनता के बीच स्वीकार्यता का लाभ उठाते हुए बीजेपी एक बार फिर सत्ता-विरोधी लहर को पार करने जा रही है. वह 1995 से लेकर अब तक 27 साल लगातार पश्चिमी राज्य की सत्ता में रही है. निवर्तमान विधानसभा में उसके 99 सदस्य हैं…..

गुजरात में विपक्ष ने महंगाई, बेरोजगारी और आर्थिक उतार-चढ़ाव के मुद्दों पर बीजेपी और मोदी सरकार को घेरने का प्रयास किया, लेकिन सत्तारूढ़ दल की साख को कम नहीं कर पाई. राज्य में कांग्रेस जहां 20 सीटों पर, वहीं आम आदमी पार्टी छह सीटों पर बढ़त बनाए हुए है………..

कांग्रेस पिछले विधानसभा चुनाव के अपने अच्छे प्रदर्शन के करीब भी नहीं पहुंच सकी है. वहीं गुजरात में यदि आप को उम्मीदों के मुताबिक सफलता मिलती तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए खुद को प्रधानमंत्री मोदी का सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ते क्योंकि पंजाब में उनकी पार्टी पहले ही सरकार बना चुकी है……

वहीं गुजरात बीजेपी के प्रवक्ता यमल व्यास ने कहा, यह पार्टी के डबल इंजन के विकास एजेंडा की जीत है. इतना बड़ा जनादेश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी में जनता के विश्वास को झलकाता है. यह विकास के एजेंडा की जी, है जो पार्टी ने राज्य में किया है….. 

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