उपचुनाव के बीच RJD ने मारी पल्टी, कहा : हम कांग्रेस को मजबूत होता हुआ देखना चाहते हैं

बिहार में दो सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं. आरजेडी और कांग्रेस का महागठबंधन तिनके की तरह बिखर गया है. आरजेडी इसे दोस्ताना संघर्ष का नाम दे रही है तो वहीं यह उपचुनाव कांग्रेस के लिए आत्मसम्मान की लड़ाई जैसा बन गया है. यह भी सच है कि कांग्रेस दोनों ही सीटों पर अपनी पूरी ताकत झोंक रही है. कांग्रेस के पास जो भी वोट है, जितना भी संसाधन है, सब तारापुर और कुशेश्वरस्थान में झोंक दिया गया है. धीरे धीरे जैसी तस्वीरें साफ होती दिखाई दे रही हैं, उसमें तारापुर में कांग्रेस ने जहां लड़ाई को त्रिकोणिय बना दिया है तो वहीं कुशेश्वरस्थान सीट पर कांग्रेस सीधी टक्कर में नजर आ रही है.

पासा इधर उधर पलटता देखकर आरजेडी ने भी अपने सुर बदलने शुरु कर दिए हैं. पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस के खिलाफ मोरचा खोलकर बैठे आरजेडी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री शिवानंद तिवारी ने कहा है कि हम खुद चाहते हैं कि देश भर में कांग्रेस मजबूत हो. कांग्रेस की मजबूती देश के लिए बेहद जरुरी है.

शिवानंद तिवारी ने कहा कि कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है. कांग्रेस को देश के कई राज्यों में आज भी 35 प्रतिशत से ज्यादा वोट हासिल होता है. देश में जिस तरह से सांप्रदायिक राजनीति हो रही है, पुरखों की कमाई और संपत्ति को लुटाया जा रहा है, चुनिंदा लोगों को लाभ पहुंचाया जा रहा है, यह कांग्रेस के मजबूत होने से ही खत्म हो सकता है.

हालांकि शिवानंद तिवारी ने यह भी कहा कि अगर बिहार में कांग्रेस 70 की जगह 50 सीटों पर चुनाव लड़ी होती तो आज बिहार में महागठबंधन की सरकार होती और तेजस्वी यादव बिहार के मुख्यमंत्री होते और एनडीए विपक्ष में होता. शिवानंद तिवारी ने कहा कि इस चुनाव का परिणाम बिहार में महागठबंधन में कांग्रेस का भविष्य तय करने वाला है.

वहीं शिवानंद तिवारी ने बड़ा दावा करते हुए कह दिया कि तारापुर और कुशेश्वरस्थान विधानसभा सीटों पर कांग्रेस तो क्या एनडीए भी लड़ाई से बाहर है. दोनों ही सीटों पर एकतरफा मुकाबला है.

 

यह भी पढ़ें :  मुसलमानों की मांग, नीतीश कुमार को मिले नोबल पुरस्कार

Leave a Reply