लालू यादव करेंगे महागठबंधन की रैली को संबोधित, जानिए रैली के क्या-क्या है मायने

लालू यादव करेंगे महागठबंधन की रैली को संबोधित, जानिए इस रैली के क्या-क्या है मायने. महागठबंधन की 25 फरवरी को पूर्णिया में हाेने वाली रैली में लालू प्रसाद की भी मौजूदगी रहे, इस बात को लेकर राजद मंथन कर रहा है. सिंगापुर से किडनी प्रत्यारोपण के बाद स्वदेश वापसी के बाद लालू प्रसाद अभी दिल्ली में ही रहेंगे….

चिकित्सकाें के परामर्श पर अभी उन्हें भीड़-भाड़ से परहेज करना है. इसलिए इस कोशिश पर बात चल रही है कि पूर्णिया रैली में लालू प्रसाद वर्चुअल रूप से मौजूद रहें. लालू यादव करेंगे महागठबंधन की रैली को दिल्ली से ही वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग (video conferencing) के माध्यम से संक्षिप्त में संबोधित

 

पूर्णिया के रंग भूमि मैदान से 2024 का बिगुल फूंकेगा महागठबंधन. मालूम हो कि पूर्णिया के रंग भूमि मैदान में होने वाली रैली के माध्यम से महागठबंधन 2024 के चुनाव का शंखनाद कर रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव तथा महागठबंधन में शामिल अन्य दलों के नेता भी रैली में मौजूद रहेंगे…

आखिरी बार कुशेश्वर स्थान व तारापुर उप चुनाव में राजनीतिक मंच पर दिखे थे लालू. लालू प्रसाद स्वस्थ होने के बाद पूरे आहिस्ता-आहिस्ता राजनीतिक रूप से सक्रिय हो सकते हैं. आखिरी बार वे कुशेश्वर स्थान व तारापुर विधानसभा क्षेत्र के लिए उप चुनाव में राजनीतिक मंच पर दिखे थे. अस्वस्थ रहते हुए भी उन्होंने चुनावी सभा को संबोधित किया था…

लालू प्रसाद वर्चुअल मोड में पूर्व में भी पार्टी के कार्यक्रमों को संबोधित कर चुके हैं. पटना में आयोजित राजद के कार्यक्रम को उन्होंने वर्चुअल मोड में संबोधित किया था. हाल ही में जब शरद यादव की मृत्यु हुई तो लालू प्रसाद ने सिंगापुर से ही वर्चुअल मोड में शोक संदेश पढ़ा.

बिहार में वर्चुअल मोड में राजनीतिक बैठकों की शुरूआत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की थी. विधानसभा चुनाव के ठीक पहले उन्होंने जदयू प्रदेश कार्यालय से इस मोड में बैठक की थी. तब राजधानी में कई जगहाें पर उनके संबोधन को सुनने और देखने के लिए बड़े-बड़े स्क्रीन लगाए गए थे…

वही दुसरी तरफ बिहार के शिक्षा मंत्री और आरजेडी विधायक चंद्रशेखर के बयान पर मचे बवाल के बाद अब उपमुख्‍यमंत्री तेजस्‍वी यादव ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है. उन्‍होंने कहा कि बीजेपी एक सोची समझी राजनीतिक साजिश के तहत कार्य कर रही है. साथ ही उन्‍होंने कहा कि जनता नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव के साथ है, न की बयानवीर नेताओं के साथ….

साथ ही उन्‍होंने सभी जाति-धर्मों और ग्रंथों का सम्मान करने की नसीहत देते हुए कहा कि ग्रंथों और धर्म की बजाय वास्तविक मुद्दों पर बहस होनी चाहिए. तेजस्‍वी यादव ने कहा कि बिहार में महागठबंधन के शीर्ष नेता हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं. सब जानते है, जनता किसके साथ है. बिहार की जनता नीतीश कुमार और लालू प्रसाद के साथ है न की बयानवीर चर्चित नेताओं के साथ….

उन्‍होंने बीजेपी पर साजिश का आरोप लगाया और कहा कि सब जानते है यह साजिश एक-डेढ़ वर्ष पूर्व शुरू हुई. कभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति बनाने की अफवाह फैलाई जा रही थी तो कभी राज्यपाल बनाने की. उन्‍होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने भी कई बार बताया कि इन्हीं लोगों ने जदयू को तोड़ने की साजिश रची थी. यह सब बीजेपी, भाजपा समर्थित मीडिया और बीजेपी माइंडेड लोग कर रहे थे.

साथ ही उन्‍होंने कहा कि जब से बिहार में महागठबंधन बना है और महागठबंधन सरकार अपने एजेंडे के तहत नौकरियां देने की और जातिगत जनगणना कराने का कार्य शुरू किया है, वही लोग फिर साजिश कर रहे हैं. उन्‍होंने कहा कि मुख्यमंत्री और हम सब इन सभी बातों को समझते है और उन लोगों को पहचानते हैं.

इसके साथ ही उन्‍होंने धर्म को राजनीति से दूर रखने की नसीहत देते हुए कहा कि मंदिर-मस्जिद, हिंदू-मुस्लिम ये सब बीजेपी और बीजेपी समर्थित मीडिया के पसंदीदा मुद्दे हैं…..

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