मुसलमानों की मांग, नीतीश कुमार को मिले नोबल पुरस्कार
कभी जेडीयू के एमएलसी और बिहार विधान परिषद के उपसभापति रहें और फिर आरजेडी में शामिल हुए सलीम परवेज एक बार फिर से जेडीयू में शामिल हो गए हैं. अपनी घर वापसी के दौरान सलीम परवेज ने कहा कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार को नोबल पुरस्कार मिलना चाहिए था.
वहीं सलीम परवेज के साथ बड़ी संख्या में जुटे अल्पसंख्यक समाज के लोगों ने भी नीतीश कुमार को राज्य में शांति और सद्भाव कायम रखने के लिए नोबल पुरस्कार दिया जाना चाहिए…
इस पर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने और आगे जाकर कह दिया कि जब तक बिहार के सीएम नीतीश कुमार हैं तब तक बिहार के अल्पसंख्यकों के हितों के खिलाफ आखें उठाकर भी नहीं देख सकता….
वहीं जेडीयू में शामिल होने के दौरान उपसभापति सलीम परवेज ने कहा कि मैं किसी नए दल में शामिल नहीं हुआ हूं. यह मेरी घर वापसी है. मैं अपने घर में लौटा हूं. आरजेडी पर हमला बोलते हुए सलीम परवेज ने कहा कि आरजेडी सिर्फ एक परिवार की पार्टी है. कोई भी स्वाभिमानी व्यक्ति इस पार्टी में नहीं रह सकता है. जिस प्रकार से नीतीश कुमार ने बिहार में शांति और सद्भाव कायम किया हुआ है, उसके लिए उन्हें नोबल पुरस्कार दिया जाना चाहिए.
वैसे नीतीश कुमार के लिए नोबल पुरस्कार की मांग कोई नई बात नहीं है. सलीम परवेज से पहले उनके पुराने दोस्त और वर्तमान राजनैतिक प्रतिद्वंद्वी लालू प्रसाद यादव भी नीतीश कुमार के लिए नोबल पुरस्कार की मांग कर चुके हैं. यह अलग बात है कि लालू प्रसाद यादव ने नीतीश कुमार के लिए यह मांग व्यंग्य के तौर पर की थी.
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