अब तेजप्रताप ने राबड़ी देवी को खाली हाथ लौटा दिया

आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के परिवार में वर्चस्व की जंग अपने चरम पर है. परिवार सीधे सीधे दो खेमों में बंटा हुआ दिखाई दे रहा है. एक ओर तेजस्वी यादव नजर आ रहे हैं तो दूसरी ओर तेजप्रताप यादव और मीसा भारती एक साथ दिखाई दे रही हैं. परिवार की लड़ाई घर की चहारदिवारी को लांघते हुए सड़क पर आ पहुंची है.

वर्चस्व की इस जंग के बीच पूर्व सीएम राबड़ी देवी अचानक दिल्ली से पटना पहुंची. पटना आने के बाद राबड़ी देवी सीधे बड़े बेटे तेजप्रताप के आवास पर पहुंचीं. इस दौरान उनके साथ पार्टी के कोषाध्यक्ष और एमएलसी सुनील कुमार सिंह भी मौजूद थें. बताया गया कि एक ओर विधानसभा की दो सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं. दूसरी ओर परिवार की जंग को तेजप्रताप सार्वजनिक कर रहे हैं. इससे पार्टी और परिवार दोनों की किरकिरी हो रही है. दोनों भाईयों के बीच सुलह बेहद जरुरी है.

लेकिन तेजप्रताप से राबड़ी देवी की मुलाकात नहीं हो पाई. काफी देर तक राबड़ी देवी तेजप्रताप के आवास में बैठी रहीं और तेजप्रताप का इंतजार करती रहीं लेकिन तेजप्रताप से मुलाकात नहीं हो पाई. राबड़ी देवी ने अपने सहयोगियों के माध्यम से काफी समय तक तेजप्रताप से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन तेजप्रताप से बात नहीं हो सकी.

पिछले आठ महीने से पूर्व सीएम राबड़ी देवी दिल्ली में थीं लेकिन परिवार में संघर्ष जैसी उपजी परिस्थितियों के मद्देनजर राबड़ी देवी को पटना लौटना पड़ा. पटना एयरपोर्ट पर जब राबड़ी देवी से पत्रकारों ने पारिवारिक जंग पर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि मेरे परिवार में कोई झगड़ा नहीं है. झगड़ा तो भाजपा और जदयू के बीच चल रहा है. वहीं उपचुनाव से संबंधित सवालों का जवाब देते हुए राबड़ी देवी ने कहा कि तारापुर और कुशेश्वर स्थान दोनों ही सीटों पर आरजेडी के उम्मीदवारों की जीत होगी.

मालूम हो कि आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और हसनपुर विधायक तेजयादव पार्टी और परिवार से इन दिनों नाराज चल रहे हैं. तेजप्रताप अपनी नाराजगी का खुल कर इजहार करते हैं. तेजप्रताप के बयानों से कई बार पार्टी और परिवार दोनों की फजीहत हो जाती है. अभी तेजप्रताप ने कुछ ही दिनों पहले कह दिया कि उनके पिता लालू प्रसाद यादव को कुछ लोगों ने दिल्ली में बंधक बना कर रख दिया है.

अभी यह मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था कि आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी ने तेजप्रताप के निष्कासन का बयान दे दिया. उसके बाद पार्टी के स्टार प्रचारकों की सूची से तेजप्रताप को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. तेजप्रताप ने इस पर भी सार्वजनिक रुप से अपनी नाराजगी का इजहार कर दिया. तेजप्रताप ने सीधे तौर पर कहा कि स्टार प्रचारकों की सूची से मेरा नाम हटा दिया, कोई बात नहीं लेकिन मां और दीदी का नाम क्यों हटाया !

इस पूरे प्रकरण पर जहां तेजप्रताप यादव अपने स्वभाव के अनुरुप ही लगातार बयानों के बाण चला रहे हैं तो वहीं राज्यसभा सांसद और लालू प्रसाद यादव की बेटी डॉ मीसा भारती खामोश हैं. कहा तो यह भी जा रहा है कि तेजप्रताप यादव की पीठ पर मीसा भारती का हाथ है. मीसा भारती की शह पर ही तेजप्रताप फायर ब्रांड बयानों की बौछार करते रहते हैं.

अब देखना दिलचस्प होगा कि लालू परिवार में और वर्चस्व की यह जंग किस मोड़ पर जाकर खत्म होती है !

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