राहुल गांधी की नो एंट्री के बाद किस पार्टी में जाएंगे वरुण गांधी
जानिए किस पार्टी में जाएंग वरुण गांधी
यूपी की राजनीति पहुंची दिलचस्प मोड़ पर
भाजपा से अब वरुण गांधी को नहीं मिलेगा टिकट
वरुण गांधी की राजनीति क्या लटक जाएगी अधर में….
राहुल गांधी ने वरुण गांधी की कांग्रेस में एंट्री पर रोक लगा दी है। राहुल ने तो वरुण गांधी को कांग्रेस में लेने या न लेने पर साफ साफ तो कुछ नहीं कहा लेकिन विचारधारा का सवाल खड़ाकर एक तरीके से वरुण गांधी के लिए कांग्रेस में नो एंट्री का बोर्ड लगा दिया है। संभव है कि सोनिया गांधी के बेटे राहुल गांधी के मन में 40 साल पुरानी पारिवारिक घटनाओं को लेकर मन में कोई टीस होगी या फिर शायद कांग्रेस में एक नया पॉवर सेंटर खड़ा होने का भय भी कहीं न कहीं राहुल गांधी को आशंकित कर रहा होगा क्योंकि बात अगर विचारधारा की होती तो कांग्रेस का आज शिवसेना और ठाकरे परिवार के साथ गठबंधन नहीं होता…. न जाने भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस से जुड़े नेता कांग्रेस में आज हैं और बड़े पदों पर हैं…. हां ये अलग बात है कि कांग्रेस में आने के बाद उन्होंने अपनी पिछली विचारधारा का परित्याग करना पड़ा…. पर भाजपा की विचारधारा का परित्याग तो वरुण गांधी भी कर सकते हैं….
खैर हम बात कर रहे हैं वरुण गांधी के राजनैतिक भविष्य के बारे में…. अब कांग्रेस की ना के बाद वरुण गांधी किस पार्टी में जाएंगे…. वरुण गांधी की राजनैतिक कर्मस्थली यूपी है। यूपी देश का सबसे बड़ा राज्य। राजनीतिक तौर पर देखें तो यूपी में भारतीय जनता पार्टी की सीधी टक्कर समाजवादी पार्टी से होती रही है, कोई बहुत बड़ा उलटफेर नहीं हुआ तो आने वाले लोकसभा चुनाव में यूपी में लड़ाई भाजपा और सपा के बीच रहने वाली है। ऐसे में वरुण गांधी के लिए समाजवादी पार्टी से बेहतर आज की तारीख में दूसरी कोई पार्टी नहीं है।
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव युवा हैं। अभी उनका गठबंधन राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख जयंत चौधरी के साथ है। जयंत चौधरी भी युवा हैं। वरुण गांधी भी युवा है। अगर वरुण गांधी अखिलेश यादव के साथ आते हैं तो समाजवादी पार्टी का कुनबा न सिर्फ बढ़ेगा बल्कि और भी मजबूत हो जाएगा। विधानसभा चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद समाजवादी पार्टी की हार से सपा कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरा हुआ है। खास कर लोकसभा और विधानसभा उपचुनावों में पार्टी की हार से सपा कार्यकर्ता निराश हैं। ऐसे में वरुण गांधी का समाजवादी पार्टी में जाना जहां वरुण गांधी के राजनैतिक कैरियर को संभालने वाला होगा तो वहीं समाजवादी कार्यकर्ताओं में भी एक उत्साह का माहौल बनेगा।
समाजवादी पार्टी में वरुण गांधी के जाने की बात इसलिए उठी है क्योंकि हाल ही में उन्होंने सपा के मुखिया अखिलेश यादव की जमकर तारीफ की है. बीजेपी सांसद ने कहा कि वो पूरा प्रदेश घूम चुके हैं और अकसर अखबारों में लेख लिखते रहते हैं. वरुण गांधी ने कहा, ‘मेरे लेख आप लोगों ने अखबारों में पढ़े होंगे. एक दिन मैंने सोचा कि वो कौन सा मानक है जिसके तहत किसान और आम आदमी आ सकते हैं. आखिर क्यों किसान आत्महत्या करने पर मजबूर होता है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘उस समय शायद अखिलेश यादव सूबे के मुख्यमंत्री थे. मैंने उन्हें पत्र लिखा था और कहा था कि इसमें कोई राजनीति नहीं है. लेकिन अगर मुझे सरकार से जानकारी मिल जाए कि पूरे उत्तर प्रदेश में कितने लोग हर जिले में इस मानक के अंतर्गत आएं. इस पर अखिलेश यादव ने बड़ा मन दिखाकर सारे अधिकारियों को बोला कि इसमें कोई राजनीति नहीं है. इनकी मदद करिए, ये कुछ करना चाहते हैं. जिसके बाद हमें करीब 42 हजार लोगों की लिस्ट मिली.’
वरुण गांधी ने कहा, ‘उसके बाद मैंने सोचा कि इतना बड़ा काम शायद मैं अकेले नहीं कर पाऊंगा. लेकिन हमने बिजनौर जिले से शुरूआत की. फिर मुरादाबाद गए, अलीगढ़ गए, हाथरस गए और ऐसे ही घूमते-घूमते गोरखपुर पहुंच गए और लोगों से आगे आने की अपील की. परेशान किसानों के लिए कुछ करने में अखिलेश यादव ने मदद की.’
वरुण गांधी की इस बात के बाद से उनके अगले फैसले के रूप में उनका समाजवादी पार्टी का दामन थामने की चर्चा चल पड़ी है.