गंगा दशहरा : करें ये उपाय, कर्ज से मिलेगी मुक्ति, धन दौलत से भर जाएगा घर आंगन….

हिंदू धर्म में गंगा दशहरा के पर्व का बेहद महत्व होता है। ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी को गंगा दशहरा का पावन पर्व मनाया जाता है। सनातन धर्म की मान्यताओं के अनुसार इसी दिन धरती पर मां गंगा का अवतरण हुआ था। गंगा दशहरा के दिन स्नान और दान करने की पंरपरा पुराने समय से चली आ रही है।

शास्त्रों के अनुसार गंगा दशहरा के दिन गंगा स्नान करने से 10 तरह के पापों से मुक्ति मिलती है। वहीं गंगा दशहरा के दिन 10 तरह की वस्तुओं को दान करने की पंरपरा रही है। गंगा दशहरा के दिन दान और स्नान करने से 10 तरह के पाप तो खत्म होते ही हैं, जीवन की समस्याएं भी समाप्त हो जाती हैं।

गंगा दशहरा के दिन कुछ खास तरह के उपाय करने से बहुत सारी बाधाओं और परेशानियों से मुक्ति मिलती है। आज हम इन पर आपके साथ चर्चा करने जा रहे हैं।

नौकरी में बाधा होगी दूर : अगर आप नौकरी अथवा व्यापार में लगातार विघ्नों अथवा बाधाओं का सामना कर रहे हैं तो गंगा दशहरा के दिन एक मिट्टी का घड़ा लें। उसमें गंगा जल की कुछ बूंदें और थोड़ी सी चीनी डाल दें। अब इस घड़े के पानी को किसी गरीब को दान कर दें। ऐसा करने से नौकरी और व्यापार की बाधाएं समाप्त होती है।

होगी धन प्राप्ति : गंगा दशहरा के दिन प्रातःकाल स्नान करें। मंदिर में जाकर गंगा जल से शिवलिंग का अभिषेक करें। इस अभिषेक के थोड़े से जल को बचा लें। इस जल का पूरे घर में छिड़काव करें। ऐसा करने से धन के आगमन की जो भी रुकावटें होती है, वह दूर हो जाती है।

कर्ज से मुक्ति : गंगा दशहरा के दिन अपने साइज का एक काला धागा लें। उसे नारियल में लपेट कर शिवलिंग के पास रख दें। भगवान भोलेनाथ से अपनी कर्ज मुक्ति से प्रार्थना करें। शाम को इस नारियल को किसी बहते जल में प्रवाह कर दें। प्रवाह करने के बाद पीछे मुड़कर न देखें। ऐसा करने से हमेशा हमेशा के लिए कर्ज से मुक्ति मिल जाती है।

गंगा दशहरा के दिन इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जिस भी वस्तु का दान करना है, उसकी संख्या 10 होना चाहिए। न कम न ज्यादा। ऐसा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। गंगा दशहरा के दिन 10 ब्राह्मणों को ही दक्षिणा देनी चाहिए। गंगा दशहरा के दिन अन्न, जल, फल, वस्त्र, घी, नमक, चीनी और स्वर्ण का दान करने से घर आंगन में धन, दौलत की बारिश होने लगती है। मां गंगे और भगवान भोलेनाथ की अपार कृपा प्राप्त होती है।

Simranjeet Singh

Leave a Reply