अक्टूबर में होंगे बिहार में नगर निकाय चुनाव, शुरु हो गए रणनीतिकारों के ऑफिस

बिहार में नगर निकाय चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने साफ तौर पर कहा है कि सिंतबर से अक्टूबर के बीच कभी भी हो सकते हैं। जिन जिन लोगों को नगर निकाय के चुनाव लड़ना है, उनके लिए अब बेहद कम समय बचा हुआ है। मालूम हो कि पहली बार बिहार में मेयर, डिप्टी मेयर, चेयरमैन और वाइस चेयरमैन का चुनाव सीधे जनता के द्वारा होना है।

निर्वाचन आयोग की तैयारियां अंतिम चरण में

डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने बताया कि अब बिहार में नगर निकाय चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग की तैयारियां आखिरी चरण में है। अगस्त तक सारी तैयारियां पूरी हो जाएंगी, उसके बाद सितंबर से चुनावी प्रक्रिया शुरु होने की संभावना है। अक्टूबर महीने की किसी भी तारीख को चुनाव कराया जा सकता है।

सोशल मीडिया का रहेगा जोर

इस बार के नगर निकाय चुनाव में सोशल मीडिया का पूरा जोर रहने वाला है। चूंकि शहरी इलाके के लोग अपेक्षाकृत ज्यादा सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं, वैसे में जो भी प्रत्याशी सोशल मीडिया पर रणनीतिक तरीके से काम करेगा, उसके जीतने की संभावना ज्यादा रहेगी। चूंकि दौर बदला है, राजनीति के तरीके बदले हैं, ऐसे में सोशल मीडिया इन दिनों सबसे प्रभावशाली संवाद और सूचना का माध्यम है।

कई रणनीतिकारों में पटना में डेरा डाला

नगर निगम क्षेत्र के मेयर और डिप्टी मेयर, नगर परिषद और नगर पंचायतों के चेयरमैन और वाइस चेयरमैन के चुनाव के लिए रणनीतिकारों ने राजधानी पटना के लिए काम करना शुरु कर दिया है। इन रणनीतिकारों को चुनावी राजनीति की अच्छी समझ है और देश के कई राज्यों में कई विधायकों सांसदों के साथ काम करने के बाद अब ये बिहार में नगर निकाय चुनाव के लिए काम करना शुरु कर चुके हैं।

01 लाख रुपये से शुरु होती है फीस

हम आपको बता दें कि ये चुनावी रणनीतिकार मेयर, डिप्टी मेयर, चेयरमैन, वाइस चेयरमैन के चुनाव के लिए शहरों और जनसंख्या के हिसाब से अलग अलग फीस चार्ज करते हैं। इनका साधारण पैकेज 01 लाख रुपये से शुरु हो जाता है। संभावित प्रत्याशियों के लिए रणनीति बनाने के अतिरिक्त ये उनका सोशल मीडिया प्रबंधन संभालते हैं।

 

 

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