Big Breaking : चुनाव से ठीक पहले भाजपा को बड़ा झटका, एक साथ 200 नेताओं ने दिया इस्तीफा
भारतीय जनता पार्टी को यह नया झटका जम्मू में लगा है. नए परिसीमन के विरोध में भाजपा के 200 नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने सामूहिक तौर पर इस्तीफा दे दिया है. ये सभी नेता और कार्यकर्ता सुचेतगढ़ निर्वाचन क्षेत्र के आरएस पुरा निर्वाचन क्षेत्र में प्रस्तावित विलय के विरोध में हैं.
बताया जा रहा है कि सुचेतगढ़ क्षेत्र भारतीय जनता पार्टी का मजबूत किला है. पिछले चार में से तीन विधानसभा चुनावों में यहां पर भाजपा की जीत हो चुकी है. नए परिसीमन के बाद अब सुचेतगढ़ विधानसभा सीट उन 19 विधानसभा सीटों में शामिल हो चुकी है, जो नए परिसीमन को मंजूरी मिलने के बाद वर्तमान चुनावी नक्शे से हमेशा के लिए विलुप्त हो जाएगी.
नए परिसीमन के अनुसार अब जम्मू कश्मीर में विधानसभा की सीटों की संख्या 83 से बढ़कर 90 हो जाएगी. इसके अलावा 28 मौजूदा निर्वाचन क्षेत्रों की चुनावी सीमाएं भी बदल जाएंगी. इसके साथ ही कश्मीर घाटी की 10 और जम्मू की 09 निर्वाचन क्षेत्रों का अस्तित्व भी खत्म कर दिया जाएगा. इसके अलावा परिसीमन आयोग ने जम्मू कश्मीर की कुल 05 लोकसभा क्षेत्रों के नक्शे में भी बदलाव कर दिया है.
जम्मू क्षेत्र के मजबूत भाजपा नेता के तौर पर अपनी पहचान रखने वाले सुचेतगढ़ खंड विकास परिषद के अध्यक्ष तरसेम सिंह ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी के करीब 200 लोकल नेता और कार्यकर्ताओं ने संयुक्त रुप से भाजपा संगठन से इस्तीफा दे दिया है. यह इस्तीफा पार्टी के संगठन महासचिव अशोक पंडित को दिया गया है.
इस्तीफा देने वाले भाजपा नेताओं में मंडल और शक्ति केंद्रों के प्रमुख और बूथ प्रभारी शामिल हैं. इन नेताओं का कहना है कि अगर सुचेतगढ़ सीट को खत्म किया गया तो यहां के लोगों की पहचान ही समाप्त हो जाएगी. इसके साथ ही इन सभी भाजपा नेताओं को इस बात पर भी आपत्ति है कि जो नया विधानसभा क्षेत्र आरएस पुरा बनाया जा रहा है, वो अनुसूचित जाति के उम्मीदवार के लिए आरक्षित रहेगा.
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